Computer Languages (कम्प्यूटर भाषाये)

Some Important High Level Languages (कुछ महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय भाषाये) -  

बेसिक भाषा (BASIC LANGUAGES)

फुल- फार्म Beginners All Purpose Symbolic Instruction Code.
सन् 1964 मे डार्ट माउथ कालेज अमेरिका के Thomas Kurtz’s and Dr. john Kemny ने Basic भाषा का विकास किया था यह भाषा सभी प्रकार के Smalllarge कम्प्यूटर मे आसानी से Use की सकती थी Basic भाषा मे लिखे प्रोग्राम का अनु वाद Interpreter के माध्यम से किया जाता था ये विभिन्न प्रकार के संस्करण मे उपलब्ध है जैसे – QBASIC, BASICA, GWBASIC आदि |   

फोरट्रान भाषा (FORTRAN Languages)

फुल-फार्म Formula Translator. यह सबसे Old, High Level Languages है | FORTRAN भाषा का विकास 1957,By IBM,खोजकर्ता- John Bikash इन अमेरिका | इस भाषा मे जटिल गाणितीय क्रियाये आसान माध्यम मे वैज्ञानिको व Engineers के लिये अन्यंत उपयोगी, विभिन्न संस्करण मे उपलब्ध – FROTRON IV,FORTRAN 77 आदि |

लोगो भाषा (LOGO Languages)

फुल-फार्म Logic Oriented Graphic Oriented. इस भाषा का विकास Screen पर सरल रेखाओ के माध्यम से विभिन्न आसान चित्रण बनाना, इस Programming Language का विकास बच्चो के लिये किया गया था |

कोबोल भाषा (COBOL Languages)

फुल-फार्म Common Business Oriented Languages. सन् 1960 मे कोबोल भाषा का विकास कोडासिल समूह ने किया था इस भाषा के माध्यम से ज्यादातर व्यापारिक कार्य के लिये प्रोग्राम लिखना,इनपुट-आउटपुट क्रियाओ के माध्यम से कम समय मे Large पैमाने गणना करना, but जटिल गणनाये काराना बहुत Hard होता था | विभिन्न संस्करण मे प्रचलित जैसे- ANSI COBOL, COBOL-74,COBOL-84 etc.

पास्कल भाषा (PASCAL Languages)

महान खोजकर्ता व वैज्ञानिक ब्लेज पास्कल के नाम पर इस भाषा का नामकरण | पास्कल भाषा का विकास 1971 मे Nichols Birth ने किया, PASCAL Languages एक संरचनात्मक या मोड्यूलर भाषा है इस भाषा मे Data को विभिन्न प्रकार से निरूपित किया जा सकता है For Example-Character bold italic, Integer,real sets Files etc.

सी भाषा (C Languages)

‘C’ Languages इस आधुनिक समय की प्रोग्रामिंग भाषा है सन् 1972 मे अमेरिका की बेलप्रयोगशाला मे डेनिस रिची ने इस भाषा का विकास किया | C’ भाषा के माध्यम से सरलतम् प्रोग्राम के साथ-साथ जटिल प्रोग्राम भी System के लिये आसानी से बनाये व लिखे जा सकते है क्यो कि यह भाषा विश्वासनीय,शक्तिशाली होने के साथ सरल भी है | C’ Languages मे लिखे प्रोग्राम Size मे छोटे के कारण Computer System पर स्पीड से चलते है | C’ Languages का प्रयोग ‘UNIX’ Operating System मे मुख्यत: Use होता है अब इस भाषा का Dos संस्करण भी आने लगा है |

(C + +) भाषा

यह Object Oriented Programming भाषा है जो पूर्णत: C’ Languages पर आधारित है | (C + +) भाषा 1980 मे अमेरिका की बेल प्रयोगशाला मे Born stra-strap के माध्यम से विकास किया गया था | C++ भाषा आपरेटिंग सिस्टम    Unix and Windows दोनो माध्यम मे उपलब्ध है यह संस्करण turbo C छोटे कम्प्यूटर पर भी चल सकता है, C++ भाषा मे सबसे अच्छी सुविधा है कि आसानी से आप Program लिखना, चलाना व कम्पाइल करा सकते है |

अल्गोल भाषा (ALGOL Language)

फुल-फार्म है- Algorithmic Language. ALGOL भाषा का अविष्कार जटिल बीजगणीतीय गणनाये करने हेतु विकास 1958 मे INTERNATINOAL GROUP नामक कम्पनी ने किया था इस भाषा को वैज्ञानिक व अभियांत्रिक क्षेत्रो मे अधिक मात्रा मे Use करते है |

 कोमाल भाषा (KOMAAL Language)

फुल-फार्म Common Algorithmic Language है | कोमाल भाषा माध्यमिक स्तर के छात्रो के लिये मुख्य रूप से Use किया जाता है |
पायलट भाषा (PIOLOT Language)
 यह Computer मे Use की जाने वाली लेखांकन भाषा है पायलट भाषा की मद्द्द से शिक्षा मे Use होने वाले तरीको को आसान बनाया जा सकता है, किसी शिक्षक के माध्यम से दी गयी Summery को Translate करके वांछित समय मे छात्रो दिया जा सकता व भी कम से कम समय मे आसानी से जो इस भाषा से सम्भव हुआ है |
स्नोबाल भाषा (SNOBOL Language)
फुल-फार्म String Oriented Symbolic Language है | सन् 1962 मे ग्रिस्बोल नामक वैज्ञानिक ने प्रोग्रामिंग भाषा मे शब्दा वलियो, नमूनो व संदेशो के निर्माण करने के लिये स्नोबाल भाषा की खोज किया था |
प्रोलाग भाषा (PROLOG Language)
 फुल-फार्म Programming in Logic भाषा है | सन् 1973 मे फ्रांस मे कृत्रिम बुद्धि से सम्बन्धित कार्यो के लिये किया जाता था वही से इस भाषा के आविष्कार ने देश भर के सभी कृत्रिम कार्यो से होने वाली समस्याओ को तर्क-तकनीक कलन मे सुधार हेतु किया जाने लगा था जो अब भी प्रचलन मे है |
चतुर्थ पीढी की भाषाये (Fourth Generation’s Language -4GL)
इस आधुनिक युग मे कई उच्च स्तरीय भाषाओ का अविष्कार हुआ जिनमे चतुर्थ पीढी की भाषा User friendly होने के साथ काफी सरल थी इसको किसी भाषा मे मिलाना आसान था इसके सरलतम् गुण के कारण इसे स्वा-प्रोग्रामिंग भाषा भी कहा जाता है इस 4GL भाषा के विकास ने मुख्य रूप से Software निर्माण मे लगने वाले समय व लागत को भी कम कर दिया है जिसकी Help आज के Computer Laptop को खरीदना आसान हो गया है |